संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा
बंशीधर नगर से
अभिभावक के अनुसार उसने खाता जांच भी नही कराया न ही अंगूठा लगाया फिर भी पैसा का निकासी संचालक के द्वारा कर लिया गया…
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएसपी संचालक संतोष कुमार यादव के द्वारा पूर्व में भी किया जा रहा था.सीएसपी जो की इसी हरकत के कारण सीएसपी कोड को निरस्त कर दिया गया था.
सबसे बड़ी चुनौती एसबीआई बैंक बंशीधर नगर शाखा की दर्शाता हैँ की यह सीएसपी कोड 10374525 20 किलोमीटर नगर उंटारी प्रखंड के सीएसपी कोड बताया जा रहा है जो कि अपना लोकेशन छोड़ 20 किलोमीटर की दूरी सगमा प्रखंड में यह सीएसपी कोड अवैध रूप से चलाया जा रहा हैँ.. जो इसका निगरानी ब्रांच शाखा को करना होता हैँ…
बंशीधर नगर:सरकार द्वारा लोगो की बैंक से लेन-देन को सुविधा जनक बनाने के लिए जगह जगह बैंको का सीएसपी खोल रखा है।लेकिन संचालकों द्वारा इसे पैसा छापने की मशीन बना लिया गया है। कभी पैसा की जांच कराते समय,कभी पैसा निकालते समय ग्राहकों के खाते से पैसा उड़ा ले रहे है।जो ग्राहक सचेत है।उन्हें पैसा वापस मिल जाता है नही तो संचालक पैसा हजम कर जाते है। ऐसा ही बड़ा खेल सगमा प्रखंड के घघरी में संचालित सीएसपी में बड़े धड़ल्ले से चल रहा है। सीएसपी कोड संख्या 10374525 से पैसा का निकासी किया गया हैँ.जनवरी 24 को उत्क्रमित जमा दो उच्च विद्यालय की दो छात्राये चैनपुर ग्राम
निवासी साधना कुमारी की खाता संख्या ××××××××080 खाता टाइप तथा सरोज कुमारी के खाता संख्या 00000035308539126 से घघरी स्थित संतोष यादव के स्टेट बैंक ऑफ इंडीया के सीएसपी पर अपनी छात्रवृति जांच कराने पहुची।दोनो ने अंगूठा लगा कर अपने खाते की जांच कराया।उन्हें बताया गया कि उनके खाते में कोई पैसा नही है
।जब कि उसी दौरान साधना कुमारी के खाते से 6800 टाटा सरोज कुमारी के खाते से 5800 रुपये निकाल लिए गए।जब दोनों ने यह बात अपने शिक्षकों से बताया तो शिक्षकों ने उन्हें खाते का स्टेटमेंट निकलवाने का सलाह दिया।जब दोनों ने अपने अपने खाते का स्टेट मेन्ट निकलवाया तब मामले का खुलासा हुआ। जब साधना कुमारी,सरोज कुमारी सहित चैनपुर निवासी उसी विद्यालय की छात्रा वंदना कुमारी के साथ भी हुआ।वंदना कुमारी के खाते
00000035218052125 में से 11जनवरी 24 को 18900 रुपये उसी सीएसपी से निकाल लिए गए।फर्क बस इतना था कि छात्रा और उसके अभिभावक के अनुसार उसने खाता जांच भी नही कराया न ही अंगूठा लगाया फिर भी पैसा निकाल लिया गया। जब छात्रा अपने अभिभावक के साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य शाखा पर स्टेटमेंट निकलवाने पहुचे तो
बैंक कर्मियों ने भी उसे बताया कि उसके खाते में पैसा नही होने के कारण स्टेटमेंट नही निकल सकता।तब वंदना कुमारी ने 100 रुपये जमा करने के लिए जमा पर्ची दिया तो नाटकीय ढंग से उसके खाते में 100 रुपये जमा होने से पहले ही उसके खाते से गायब हुए 18200 रुपये वापस आ गए बाद में 100 रुपये उसके खाते में क्रेडिट हो गए।इन सब क्रिया कलापो से पता चलता है.
कि बैंक कर्मी भी इस लूट के खेल में शामिल रहते है।फिरभी पैसा वापस मिलने के बाद साधना कुमारी व उसके अभिभावक बयान देने से बचते रहे।लेकिन सरोज कुमारी तथा वंदना कुमारी के अभिभावक उदेश कुशवाहा ने कैमरे पर अपना बयान दर्ज करवाया। जिसमे उपर्युक्त मामलों का खुलासा किया गया है।
इस संबंध में सीएसपी संचालक संतोष कुमार यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि किसी भी लड़की का कोई पैसा का निकासी नहीं किया गया है आरोप निराधार.।
इस संबंध में धुरकी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि भूतभोगी सरोज कुमारी की ओर से धुरकी थाना में आवेदन दिया गया हैँ जाँच उपरांत दोषी पाने पर करवाई की किया जाएगा.